जीटी रोड पर छह महीने और थमी रहेगी वाहनों की रफ्तार

अलीगढ़ से एटा होकर कानपुर तक इस जीटी रोड पर छह महीने और वाहनों की रफ्तार थमी रहेगी। क्योंकि 284 किलोमीटर लंबाई वाले इस हाईवे पर कई पुल और पुलिया का निर्माण हो रहा । जिसे मार्च तक पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन सितंबर तक पूरा होने की संभावना है। तीन साल की इस अवधि में अभी तक 75 फीसदी काम पूरा हो सका है। विकल्प के तौर आगरा होकर सही सड़क से वाहन निकालने के लिए लोगों को 85 किलोमीटर और ज्यादा सफर तय करना पड़ रहा है। खराब सड़क या बाया आगरा होकर दोनों ही रास्तों से कानपुर पहुंचने में लोगों को सात घंटे लग रहे हैं जबकि सड़क बनने पर यह सफर पांच घंटे का रह जाएगा।
इस हाईवे पर अलीगढ़, हाथरस, एटा, मैनपुरी, फर्रुखाबाद जिले की सीमा है। इनमें से अलीगढ़ जिले में पनैठी, अकराबाद। हाथरस जिले में सिकंदराराऊ तथा एटा जिले में भदावास के बीच 70 किलोमीटर सड़क अभी निर्माणाधीन है। नेशनल हाईवे अथारिटी के अधिकारियों की मानें तो समय से इस सड़क का निर्माण न होने की वजह कोरोना संक्रमण काल में निर्माण का बंद होना रहा है। इसके अलावा रायल्टी तथा मिट्टी के भराव की समस्या रही है। इन्हीं कारणों से निर्माण में देरी हुई है।

फ्लाई ओवर व पुलिया निर्माण का काम अधूरा
बौनेर से पनैठी, अकराबाद और सिकंदराराऊ में हाईवे पर फ्लाई ओवर का निर्माण अधूरा पड़ा है। पुलिया तथा कई स्थानों पर गिट्टी और मिट्टी के भराव का काम पूरा नहीं हो सका है। इसी के चलते रोड पर उड़ने वाली धूल से गुजरने वाले वाहन चालकों तथा यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। अक्सर निर्माण कार्यों के चलते बौनेर से पनैठी, अकराबाद तथा सिकंदराराऊ तक जाम के हालात बने रहते हैं।
अलीगढ़ जिले की सीमा में हाईवे का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। यह काम मार्च तक पूरा निर्माण होना था। अब छह माह की देरी से यानी कि सितंबर तक तैयार होने की पूरी उम्मीद है।
-पीपी सिंह, परियोजना प्रबंधक, एनएचएआई
योजना एक नजर
– 284 किलोमीटर लंबाई में इस हाईवे को 2019 से अलीगढ़ के बौनेर से कानपुर के आईआईटी तक बनाया जा रहा है
– उन दिनों 8.79 अरब रुपये की अनुमानित लागत थी जो कि अब 40 फीसदी बढ़ गई है
– इन चार चरणों में है निर्माण
– पहला चरण: अलीगढ़ के बौनेर से एटा के गांव भदवास
– दूसरे चरण: एटा से मैनपुरी
– तीसरे चरण: मैनपुरी से फर्रुखाबाद
– चौथे चरण: फर्रुखाबाद से कानपुर