व्हाट्सएप से होगी मनरेगा के कार्यों की निगरानी
मनरेगा के कार्यों में पारदर्शिता के लिए व्हाट्स ग्रुप बनाया जाएगा, जिसमें ग्राम प्रधान, सांसद, विधायक, एमएलसी, जिला पंचायत अध्यक्ष समेत अन्य जनप्रतिनिधियों को जोड़ा जाएगा। इस ग्रुप में 20 से अधिक मजदूरों वाले कार्यस्थल का मस्टरोल भी साझा किया जाएगा ताकि कार्यों की निगरानी हो सके। जिले में 2.50 लाख मनरेगा मजदूर पंजीकृत हैं। मनरेगा के कार्यों में समय-समय पर गड़बड़ी और घोटाले के आरोप लगते रहते हैं। इसी के चलते कार्यों में पारदर्शिता व निगरानी के उद्देश्य…