
अलीगढ़. सपा प्रमुख अखिलेश यादव के आदेश के बाद अलीगढ़ महिला महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम को अनुशासनहीनता के आरोप में पद मुक्त कर दिया गया है. वहीं, पदमुक्त किए जाने के बाद उन्होंने सपा प्रमुख पर पलटवार किया है. इसके साथ कहा कि राष्ट्रवादी होने का इनाम मुझे मिल चुका है. अगर मैं सपा के हिसाब से बोलती, तो अनुशासनहीनता नहीं थी. जब मैंने राष्ट्रवाद, देश, बहुसंख्यकों और सभी धर्मों के सम्मान की बात कही तो मुझे समाजवादी पार्टी से पदमुक्त कर दिया गया. यही, समाजवादी पार्टी का असली चेहरा है.
इसके साथ रुबीना खानम ने न्यूज़ 18 से कहा कि राष्ट्रवाद के लिए ऐसे हजारों पद कुर्बान हैं. साथ ही ऐलान किया कि मुझे ऐसी पार्टी में रहने में कोई दिलचस्पी नहीं है, जहां दूसरे धर्म की और राष्ट्र की बात नहीं कर सकते. सपा मुझे पद क्या मुक्त करेगी. मैं सभी पदों से और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देती हूं. इसके साथ रुबीना खानम ने कहा कि सपा महिला विरोधी पार्टी है. उन्होंने कहा कि जिस पार्टी में अपर्णा यादव का सम्मान नहीं हुआ, तो रुबीना खानम क्या चीज है?
ज्ञानवापी मस्जिद केस पर बयान देना रुबीना खानम को पड़ा भारी
बता दें कि अलीगढ़ की सपा महिला महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने हाल ही में वीडियो जारी कर ज्ञानवापी मस्जिद केस पर बयान दिया था. उन्होंने कहा,’हिन्दू पक्ष ये दावा कर रहा है कि प्राचीन काल में यहां मंदिर था. किसी शासक ने बल पूर्वक मंदिर तोड़कर यहां मस्जिद बनाई थी. इस दावे के बाद हमारे धर्म गुरुओं और उलेमाओं को इस बात को समझना चाहिए कि अगर यह बात साबित हो जाती है कि प्राचीन काल में वहां पर मंदिर था, तो किसी भी कब्जा की हुई जमीन पर हमारे इस्लाम में नमाज पढ़ना हराम है. अगर यह बात साबित हो जाता है कि वहां पर मंदिर रहा है तो हमारे उलेमा और धर्मगुरु हिन्दू पक्ष को वह जगह वापस कर दें. इसके साथ उन्होंने हिंदू पक्ष से भी कहा कि इसकी पूरी निष्पक्षता से जांच करा ली जाए. अगर वहां पर मंदिर होने का दावा गलत निकलता है तो हिन्दू पक्ष को भी शांति से अपना दावा छोड़ना होगा.
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FIRST PUBLISHED : May 21, 2022, 18:59 IST